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सिविल कानून
खतरनाक परिसरों के लिये अधिभोगी का दायित्त्व
« »07-Feb-2025
परिचय
- अपने दैनिक जीवन में, हम अक्सर विभिन्न इमारतों और प्रतिष्ठानों जैसे कार्यालयों, शॉपिंग सेंटरों, अस्पतालों और अन्य वाणिज्यिक स्थानों पर जाते हैं।
 - जबकि इनमें से अधिकांश दौरे बिना किसी घटना के होते हैं, किंतु असुरक्षित स्थितियों या खराब रखरखाव के कारण दुर्घटनाएँ हो सकती हैं।
 - यह दस्तावेज़ अधिभोगी के दायित्त्व की विधिक अवधारणा की जाँच करता है, जो यह निर्धारित करता है कि किसी संपत्ति पर किसी व्यक्ति के घायल होने की स्थिति में उत्तरदायित्त्व किसका होगा और किन परिस्थितियों में उन्हें उत्तरदायी ठहराया जा सकता है।
 
मुख्य परिभाषाएँ
परिसर
- परिसर केवल इमारतों और भूमि से आगे तक फैला हुआ है। इसमें सम्मिलित हैं: 
- वाणिज्यिक भवन और दुकानें।
 - कारखाने और औद्योगिक स्थान।
 - वाहन, जिसमें रेलवे गाड़ियाँ सम्मिलित हैं।
 - विमान और जहाज।
 - मचान जैसी स्थिर स्थापनाएँ।
 - लिफ्ट और सीढ़ियाँ जैसे भवन घटक।
 
 
अधिभोगी
- अधिभोगी वह व्यक्ति होता है जिसका परिसर पर पर्याप्त नियंत्रण होता है। अधिभोगियों के बारे में महत्त्वपूर्ण बिंदु: 
- उन्हें संपत्ति का स्वामी होने की आवश्यकता नहीं है।
 - एक ही परिसर में कई लोग अधिभोगी हो सकते हैं।
 - उत्तरदायित्त्व का स्तर नियंत्रण की डिग्री के अनुरूप होता है।
 - नियंत्रण विभिन्न पक्षकारों के बीच साझा किया जा सकता है।
 
 
परिदर्शकों
- परिसर में आने वाले परिदर्शकों कई श्रेणियों में आते हैं: 
- संविदात्मक परिदर्शक (व्यावसायिक करार के अधीन प्रवेश करने वाले)।
 - आमंत्रित व्यक्ति (व्यावसायिक उद्देश्यों से प्रवेश करने वाले लोग)।
 - अनुज्ञप्तिधारी (प्रवेश करने की अनुमति वाले लोग, जैसे सामाजिक अतिथि)।
 - अतिचारी (बिना अनुमति के प्रवेश करने वाले)।
 
 
अधिभोगियों के विधिक कर्त्तव्य
वैध परिदर्शकों के प्रति कर्त्तव्य
- अधिभोगियों को चाहिये: 
- परिदर्शकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये उचित देखभाल करें।
 - परिसर को युक्तियुक्त रूप से सुरक्षित स्थिति में बनाए रखें।
 - उस उद्देश्य पर विचार करें जिसके लिए परिदर्शकों को परिसर में आने की अनुमति है।
 - विभिन्न प्रकार के परिदर्शकों का ध्यान रखें।
 - ज्ञात खतरों के बारे में उचित चेतावनी दें।
 
 
विशेष विचार
परिदर्शकों के रूप में बच्चे
- देखभाल के उच्च मानक की आवश्यकता है।
 - बच्चों की स्वाभाविक जिज्ञासा का ध्यान रखना चाहिये।
 - संभावित जोखिमों से सुरक्षा की आवश्यकता है।
 - अतिरिक्त सुरक्षा उपाय आवश्यक हो सकते हैं।
 
पेशेवर परिदर्शकों
- विशेषज्ञों के लिये अलग मानक लागू होते हैं।
 - अपने पेशे से संबंधित जोखिमों के बारे में जागरूक होने की अपेक्षा की जाती है।
 - पेशे-विशिष्ट खतरों के लिये कम सुरक्षा हो सकती है।
 
लोक क्षेत्रों के पास की संरचनाएँ
- लोक स्थानों से सटे भवनों के लिये अतिरिक्त उत्तरदायित्त्व।
 - राहगीरों को खतरे से बचाने के लिये संरचनाओं का रखरखाव करना चाहिये।
 - नियमित रखरखाव और निरीक्षण की आवश्यकता है।
 
अतिचारियों के प्रति कर्त्तव्य
- जबकि अधिभोगियों के पास अतिचारियों के प्रति कर्त्तव्य हैं, उन्हें यह करना चाहिये:  
- साशय नुकसान कारित करने से बचें।
 - अतिचारियों की सुरक्षा के प्रति उपेक्षा से कार्य न करें।
 - यदि बार-बार अतिचार के बारे में जानकारी हो तो उचित सावधानी बरतें।
 
 
निष्कर्ष
अधिभोगी का दायित्त्व विधि का एक महत्त्वपूर्ण क्षेत्र है जो संपत्ति के अधिकारों को लोक सुरक्षा के साथ संतुलित करता है। जबकि अधिभोगियों से पूर्ण सुरक्षा की गारंटी की अपेक्षा नहीं की जाती है, उन्हें वैध परिदर्शकों को नुकसान से बचाने के लिये युक्तियुक्त कदम उठाने चाहिये। देखभाल का मानक परिसर के प्रकार, परिदर्शकों की श्रेणी और प्रत्येक मामले की विशिष्ट परिस्थितियों के आधार पर भिन्न होता है। इन दायित्त्वों को समझने से अधिभोगियों और परिदर्शकों दोनों को अपने अधिकारों और उत्तरदायित्त्वों को जानने में सहायता मिलती है, जिससे अंततः सभी के लिये सुरक्षित परिसर को बढ़ावा मिलता है।