हिमाचल प्रदेश न्यायिक सेवा
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हिमाचल प्रदेश न्यायिक सेवा

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 18-Aug-2023

परिचय

हिमाचल प्रदेश न्यायिक सेवा परीक्षा सिविल जज जूनियर डिवीज़न के पदों पर भर्ती के लिये हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय द्वारा प्रति वर्ष आयोजित की जाने वाली एक प्रतियोगिता परीक्षा है।

  • हिमाचल न्यायपालिका परीक्षा पैटर्न में निम्नलिखित तीन चरण शामिल हैं:
    • प्रारंभिक परीक्षा (वस्तुनिष्ठ)
    • लिखित मुख्य परीक्षा (विषयपरक)
    • व्यक्तित्व परीक्षण

शैक्षणिक अर्हता

  • अभ्यर्थी ने बार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा मान्यता प्राप्त किसी भी विश्वविद्यालय या संस्थान से विधि स्नातक की उपाधि प्राप्त की हो।
  • आवेदन हेतु निर्धारित अंतिम तिथि को अभ्यर्थी की आयु न्यूनतम 22 वर्ष अधिकतम 30 वर्ष होनी चाहिये।
  • हिमाचल प्रदेश के SC/ST और OBC अभ्यर्थियों को ऊपरी आयु सीमा में 3 वर्ष की छूट प्रदान की गई है।

प्रारंभिक परीक्षा पाठ्यक्रम

  • हिमाचल प्रदेश न्यायिक सेवा परीक्षा प्रारूप के अनुसार , प्रारंभिक परीक्षा वस्तुनिष्ठ होगी जिसमें निम्नलिखित तीन प्रश्नपत्र शामिल होंगे:
    • सिविल लॉ I
    • सिविल लॉ II
    • दांडिक विधि
  • प्रत्येक प्रश्नपत्र 100 अंकों का होता है और प्रत्येक प्रश्नपत्र की समयावधि एक घंटा है।

नोट: तीनों प्रश्नपत्र एक ही दिन होंगे।

सिविल लॉ I

●       सिविल प्रक्रिया संहिता, 1908

●       भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 1872

●       भारतीय स्टाम्प अधिनियम, 1899

●       हिमाचल प्रदेश न्यायालय अधिनियम, 1976

●       विनिर्दिष्ट अनुतोष अधिनियम 1963

100 अंक

सिविल लॉ II

●       भारतीय संविदा अधिनियम, 1872

●       हिंदू विधि

●       भारतीय परिसीमा अधिनियम, 1963

●       संपत्ति अंतरण अधिनियम, 1882

●       हिमाचल प्रदेश शहरी किराया नियंत्रण अधिनियम 1987।

100 अंक

दाण्डिक विधि

●       भारतीय दंड संहिता

●       दंड प्रक्रिया संहिता, 1973

●       परक्राम्य लिखत अधिनियम, 1881 का अध्याय XVII (धारा 138 से 143)

●       हिमाचल प्रदेश राज्य में लागू हिमाचल प्रदेश उत्पाद शुल्क अधिनियम-2011

●       वन्यजीव संरक्षण अधिनियम और भारतीय वन अधिनियम, 192

100 अंक

मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम

हिमाचल न्यायपालिका मुख्य परीक्षा के पाठ्यक्रम में पाँच वर्णनात्मक प्रश्नपत्र शामिल हैं:

  • प्रश्नपत्र 1 - सिविल लॉ I (200 अंक)
  • प्रश्नपत्र 2 - सिविल लॉ II (200 अंक)
  • प्रश्नपत्र 3 - दाण्डिक विधि (200 अंक)
  • प्रश्नपत्र 4 - English Composition (150 अंक)
  • प्रश्नपत्र 5 - भाषा (हिंदी) (100 अंक)

मुख्य परीक्षा

सिविल लॉ - I

●       सिविल प्रक्रिया संहिता, 1908

●       भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 1872

●       भारतीय स्टाम्प अधिनियम, 1899

●       हिमाचल प्रदेश न्यायालय अधिनियम, 1976

●       विनिर्दिष्ट अनुतोष अधिनियम, 1963

200 अंक

सिविल लॉ - II

●       भारतीय संविदा अधिनियम, 1872

●       हिंदू विधि

●       भारतीय परिसीमा अधिनियम, 1963

●       संपत्ति अंतरण अधिनियम, 1882

●       हिमाचल प्रदेश शहरी किराया नियंत्रण अधिनियम, 1987

200 अंक

दाण्डिक विधि

●       भारतीय दंड संहिता, 1860

●       दंड प्रक्रिया संहिता, 1973

●       परक्राम्य लिखत अधिनियम, 1881 का अध्याय-XVII (धारा 138 से 143)

●       हिमाचल प्रदेश उत्पाद शुल्क अधिनियम, 2011

●       वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 और भारतीय वन अधिनियम, 1927

200 अंक

English

●       Essay – You must choose from three essays on general subjects.

●       Translation of Hindi Passage into English

150 अंक

हिंदी भाषा

●       हिंदी (देवनागरी लिपि में) कोई पुस्तक निर्धारित नहीं है

●       अंग्रेज़ी के परिच्छेद का हिंदी अनुवाद

●       तीन में से किसी एक विषय पर हिंदी में निबंध

●       रचना (मुहावरे और सुधार आदि)

100 अंक

 साक्षात्कार

  • अंतिम चरण साक्षात्कार (मौखिक) है जो 150 अंकों का है।
  • हिमाचल प्रदेश न्यायिक सेवा के मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण किये हुए अभ्यर्थी व्यक्तित्व परीक्षण हेतु पात्र होंगे।
  • अंतिम चयन हेतु, अभ्यर्थी को व्यक्तित्व परीक्षण में प्राप्त अंकों को मुख्य परीक्षा में प्राप्त अंकों के साथ जोड़ा जाएगा
  • नियुक्ति पत्र प्राप्त करने के लिये, आपको साक्षात्कार में कुल अंकों का कम से कम 45% या उससे अधिक अंक प्राप्त करना होगा।