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कानूनी शब्दावली

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  • 5 लोगों के समूह द्वारा की गई लूट।
डकैती का अपराध भारतीय दंड संहिता की धारा 395 के अंतर्गत दंडनीय है I
  • हानि या चोट के लिये मुआवज़े के रूप में दावा की गई या प्रदान की गई राशि
ऐसे वादों में जिनमें क्षतिपूर्ति का दावा किया जाता है, कोई भी तथ्य जो न्यायालय को दी जाने वाली क्षतिपूर्ति की राशि निर्धारित करने में सक्षम बनाए, प्रासंगिक है।
  • दरअसल; वास्तव में
न्यायालय ने नियुक्ति को वास्तविक रूप से वैध माना, भले ही वह विधिक आवश्यकताओं को पूरा नहीं करती थी
  • ऐसा आयुध जो मृत्यु का कारण बनता है या मृत्यु का कारण बनने की क्षमता रखता है
जो कोई किसी घातक आयुध से या किसी ऐसी चीज़ से सज्जित होकर, जिसका प्रयोग अपराध के हथियार के रूप में करने से मृत्यु होने की संभावना हो, वह विधिविरुद्ध जनसमूह का सदस्य है।
  • जो किसी दूसरे का ऋणी हो
क के ऋणी ने ऋण प्रतिसंदत्त करने से इनकार कर दिया।
  • एक मृतक भागीदार
वसीयत में यह बताया गया था कि मृतक भागीदार की संपत्ति को जीवित भागीदारों और उनके उत्तराधिकारियों के बीच किस प्रकार वितरित किया जाना चाहिये।
  • झूठ पर विश्वास करने के लिये प्रेरित करना।
प्रवंचना कपट का एक महत्त्वपूर्ण तत्त्व है ।
  • न्यायालय द्वारा न्यायनिर्णयन की औपचारिक अभिव्यक्ति
डिक्री' न्यायालय द्वारा जारी किया गया आदेश होता है जो किसी न्यायिक मामले को सुलझाता है या प्रभावी बनाता है।
  • मानहानि की क्रिया; बदनाम होने का तथ्य
वादी ने मुकदमा दायर कर दावा किया कि प्रतिवादी के कथनों से उनकी मानहानि हुई है और उनकी प्रतिष्ठा को काफी नुकसान पहुँचा है।"
  • लिखित रूप में मानहानि
"न्यायालय ने पाया कि प्रकाशित लेख में मानहानि का आरोप लगाया गया है, क्योंकि इसमें वादी पर आपराधिक व्यवहार का झूठा आरोप लगाया गया है और उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचाया गया है"
  • अभियोजक की शिकायत की सत्यता या वैधता का विरोध या खंडन; प्रतिवादी या आरोपी पक्ष (या उसके कानूनी एजेंटों) द्वारा स्वयं की प्रतिरक्षा करने के लिये की जाने वाली कार्यवाही
बचाव पक्ष का तर्क है कि प्रस्तुत साक्ष्य उचित संदेह से परे अपराध स्थापित करने के लिये अपर्याप्त हैं, इसलिये आरोपों को खारिज किया जाना उचित है
  • उच्चस्थ द्वारा अपने नियंत्रण के अधीन कतिपय कार्य एवं उत्तरदायित्व अपने अधीनस्थों को सौंपना
प्रत्यायोजित विधान प्रशासनिक न्याय का एक अभिन्न अंग है।
  • सीमाओं का निर्धारण और चिह्नांकन
सह-मालिक अपने हिस्से के निर्धारण और सीमांकन के बाद सम्पूर्ण संपत्ति को अंतरित करने के लिये सक्षम होता है, ताकि अन्य सह-मालिक बाध्य हों।
  • Retrieving data. Wait a few seconds and try to cut or copy again.
Retrieving data. Wait a few seconds and try to cut or copy again.
  • शपथ लेकर गवाही देना या प्रमाणित करना (सबूत आदि)।
साक्षी ने न्यायलय में परिसाक्ष्य का अभिसाक्ष्य दिया।
  • अपमानित करने की क्रिया, निरादर।
संविदा की शर्तों का अल्पीकरण नहीं किया जा सकता।
  • हिरासत में लेने की प्रक्रिया; कारावास या हिरासत में रखना।
धन की डिक्री के निष्पादन में महिलाओं की गिरफ़्तारी या निरोध नहीं किया जाएगा।
  • रेखाओं से बनी एक आकृति, जो किसी कथन को स्पष्ट करने या प्रदर्शन में सहायता करने के लिये काम आती है।
न्यायवादी ने अपने प्रारंभिक वक्तव्य में दुर्घटना से पहले की घटनाओं की शृंखला को दर्शाने के लिये एक आरेख का उपयोग किया।
  • किसी राज्य द्वारा अपनी राजनयिक सेवा में या अन्य राज्यों के साथ उसके संबंधों या वार्ताओं में नियोजित एक अभिकर्त्ता
एक राजनयिक अभिकर्त्ता को अंतर्राष्ट्रीय कानून के तहत मेज़बान देश में कानूनी प्रक्रिया से प्रतिरक्षा प्रदान की जाती है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि वे अपने आधिकारिक कर्तव्यों का पालन करते समय नागरिक या आपराधिक अधिकारिता के अधीन नहीं हैं। एक अभिकर्त्ता जो किसी राज्य द्वारा अपनी राजनयिक सेवा में या अन्य राज्यों के साथ संबंधों या वार्ता में नियोजित होता है।
  • किसी दायित्व से मुक्त होने की क्रिया।
न्यायालय विचरण आरंभ होने से पहले अभियुक्त को उन्मोचित कर सकता है।
  • विचारशीलता/विवेक से संबंधित
न्यायलय ने अपनी वैवेकिक शक्तिओं का प्रयोग किया।
  • भरोसे या विश्वास के लायक नहीं
क ने ख से बेईमानी से पैसे लेने की कोशिश की।
  • पद के ह्रास का कार्य
क के पदच्युत होने का समाचार उसके विरुद्ध भ्रष्टाचार के आरोप परिसिद्ध होने के बाद आया।
  • मान्यता देने से इंकार करना।
क को उसके माता-पिता की संपत्ति से अनंगीकृत कर दिया गया।
  • अलग होना और भिन्न-भिन्न दिशाओं में जाना।
विधिविरुद्ध जमाव को तितर बितर होने का आदेश दिया गया।
  • ऐसी स्थिति या तथ्य जिसका अर्थ है कि किसी को किसी चीज़ में भाग लेने की अनुमति नहीं है या वह सक्षम नहीं है।
संसद की सदस्यता से निरर्हता भारतीय संविधान के अनुच्छेद 102 के अंतर्गत दिया है।
  • ज़िला न्यायालय ज़िले में उत्पन्न होने वाले नागरिक और आपराधिक मामलों में मूल पक्ष एवं अपीलीय पक्ष दोनों पर क्षेत्राधिकार का प्रयोग करता है।
दाम्पत्य अधिकारों का प्रत्यास्थापन की अर्जी जिला न्यायालय में दायर की जा सकती है।
  • किसी को शक्ति, अधिकार या संपत्ति से वंचित करना।
दत्तक अपत्य किसी व्यक्ति को उस संपदा से निर्निहित नहीं करेगा जो उस व्यक्ति में दत्तक के पूर्व निहित हो गई है।
  • दो न्यायाधीशों की एक पीठ का गठन।
गुजरात हाईकोर्ट की खंडपीठ ने मृत्युदंड पारित किया।
  • विधिक तरीके से विवाह अंत।
पारस्परिक सम्मति से विवाह विच्छेद हिन्दू विवाह अधिनियम,1955 की धारा 13-बी के अंतर्गत लिया जा सकता है।
  • आपराधिक न्यायालय में वह स्थान जहाँ कैदी सुनवाई के दौरान खड़ा होता है या बैठता है।
अपराधी कटघरे में शांत खड़ा था
  • मौलिक अधिकार से असंगत कोई मौजूदा कानून संविधान के लागू होने की तिथि से निष्प्रभावी हो जाता है, लेकिन वह पूरी तरह समाप्त नहीं होता
ग्रहण का सिद्धांत यह मानता है कि कानून निष्क्रिय है, शून्य नहीं है, और जब असंगति दूर हो जाती है तो पुनर्जीवित हो जाता है।
  • एक आधिकारिक लेख जो सूचना, प्रमाण या साक्ष्य देता है।
किसी दस्तावेज़ के पंजीकरण और निष्पादन के उद्देश्य के लिए एक एजेंट को लिखित रूप में प्रभावी होना चाहिए।
  • वे दस्तावेज़ जिन्हें साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत किया जा सकता है।
दस्तावेज की अंतर्वस्तु केवल दस्तावेजी साक्ष्य द्वारा साबित की जा सकती है।
  • वह स्थान जहाँ किसी का स्थायी निवास है, व्यक्ति भले ही वहाँ न रहता हो लेकिन वापस लौटने का इरादा रखता हो।
जिस राज्य में व्यक्ति स्थायी रूप से निवास करता है वह उसका अधिवास माना जाता है।
  • मृत्यु के समय किसी व्यक्ति द्वारा निजी संपत्ति का उपहार।
एक व्यक्ति जो मर्ज़ से पीड़ित है और मृत्यु की आशंका के अधीन है, आसन्नमरण दान कर सकता है।
  • वह जिसे उपहार/दान दिया गया हो।
यदि दान प्रतिग्रहण करने से पहले आदाता की मृत्यु हो जाती है, तो दान शून्य हो जाता है।
  • वह जो उपहार/दान देता हो।
दान, दाता के जीवन काल की अवधि में ही प्रतिग्रहित किया जा सकता है।
  • मेहर पति द्वारा अपनी पत्नी को दी गई जमानत/सिक्योरिटी है ताकि वह तलाक या पति की मृत्यु के बाद अपना भरण-पोषण कर सके।
मेहर मुस्लिम विवाह का एक आवश्यक तत्त्व है।
  • दहेज मृत्यु, पति या उसके परिवार द्वारा दहेज की मांग के संबंध में अप्राकृतिक परिस्थितियों में विवाह के 7 साल के भीतर एक महिला की मृत्यु से संबंधित है।
दहेज मृत्यु के अपराध के लिये, महिला की मृत्यु विवाह से 7 वर्ष की अवधि के भीतर होनी चाहिये।
  • किसी संविदा का अपेक्षित तरीके से निष्पादन।
संविदा के समुचित निष्पादन में सहमति के अनुसार सभी निर्दिष्ट शर्तों और ज़िम्मेदारियों को पूरा करना शामिल होता है।