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अंतर्राष्ट्रीय कानून

जूलियन असांजे मामला

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 19-Apr-2024

स्रोत: द हिंदू

परिचय:

  • इक्वाडोर में शरण पाने वाले ऑस्ट्रेलियाई नागरिक, जूलियन असांजे पर संयुक्त राज्य अमेरिका की सेना के गोपनीय दस्तावेज़ों को लीक करने से संबंधित आरोप का सामना करना पड़ रहा है। संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति की हालिया टिप्पणियों, अभियोजन को समाप्त करने के अनुरोध पर विचार को स्वीकार करते हुए, जूलियन असांजे के परिवार एवं समर्थकों के लिये आशा की भावना जगी है। मीडिया संबंधों से लेकर विधिक धन उगाहने एवं विधिक व्यवसाय के प्रयासों तक, जूलियन असांजे के मामले से जुड़ी जटिलताओं पर प्रकाश डालने के लिये विभिन्न रणनीतियों को नियोजित किया गया है।

जूलियन असांजे के मामले की पृष्ठभूमि क्या है?

  • जूलियन असांजे, एक ऑस्ट्रेलियाई नागरिक हैं तथा विकीलीक्स के संस्थापक हैं, जिसकी स्थापना वर्ष 2006 में हुई थी।
  • वह 10 मिलियन से अधिक गोपनीय दस्तावेज़ लीक करने के लिये कुख्यात है।
  • उन्हें वर्ष 2019, में लंदन से गिरफ्तार किया गया था, जहाँ ब्रिटेन के उच्चतम न्यायालय ने स्वीडन में उनके प्रत्यर्पण का आदेश दिया था।
  • इसके बाद उन्हें इक्वाडोर के दूतावास में भर्ती कराया गया, फिर भी उन्हें विधिक प्रक्रिया का सामना करना पड़ा, जिसमें स्वीडिश महिला से बलात्संग के आरोपों को खारिज करना तथा संयुक्त राज्य अमेरिका में चल रहा प्रत्यर्पण मामला शामिल है।
  • प्रारंभ में, यूनाइटेड किंगडम की न्यायालयों ने सेना से जुड़े गुप्त दस्तावेज़ों को उजागर करने के लिये उसके प्रत्यर्पण को मंज़ूरी दे दी।
  • बाद में, UK के एक न्यायाधीश ने वर्ष 2021 में जूलियन असांजे के प्रत्यर्पण को रोक दिया, जिसके बाद संयुक्त राज्य अमेरिका के द्वारा की गई अपील पर इसे खारिज कर दिया गया, उनकी स्वतंत्रता को सुरक्षित करने के लिये एक उत्साही अभियान शुरू हो गया है।

जूलियन असांजे मामले में जन जागरूकता अभियान क्या है?

  • यह अभियान पारंपरिक मीडिया माध्यमों से आगे बढ़ गया है।
  • लंदन भर के प्रमुख प्रकाशनों एवं गुरिल्ला प्रक्षेपणों में दिये गए उपरोक्त रणनीतिक विज्ञापनों ने असांजे की स्वतंत्रता के आह्वान को बढ़ा दिया है।
  • इस अभियान ने जूलियन असांजे के मामले को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार के आस-पास पुनः खड़ा किया।
  • प्रचलित धारणाओं को चुनौती देकर एवं इस प्रमुख मुद्दे पर बल देकर, विश्व स्तर पर मीडिया आउटलेट अब अमेरिका से प्रत्यर्पण कार्यवाही को छोड़ने का आह्वान कर रहे हैं।

अंतर्राष्ट्रीय चिंताएँ क्या हैं?

  • विधिक एवं कूटनीतिक विचारों से परे, जूलियन असांजे की लंबे समय तक हिरासत में रहना महत्त्वपूर्ण मानवाधिकार चिंताओं को जन्म देता है।
  • संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों ने जूलियन असांजे के स्वास्थ्य पर संभावित प्रभाव और वैश्विक स्तर पर पत्रकारिता एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर व्यापक प्रभाव पर आशंका व्यक्त की है।

निष्कर्ष:

  • जैसे ही जूलियन असांजे की विधिक कार्यवाही एक महत्त्वपूर्ण मोड़ पर पहुँचती है, उनकी स्वतंत्रता के अभियान व्यक्तिगत हितों को आकर्षित करती है। यह लोकतांत्रिक मूल्यों एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार के लिये व्यापक संघर्ष का प्रतीक है।