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महत्त्वपूर्ण व्यक्तित्व
हरीश साल्वे
« »07-Nov-2023
परिचय
हरीश साल्वे भारत में अपनी वकालत क्षमता के लिये जाने जाते हैं। उनका जन्म 22 जून 1955 को नागपुर, महाराष्ट्र में हुआ था। उन्होंने भारत और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर कानूनी क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। वर्ष 2015 में, राष्ट्र के प्रति उनकी असाधारण सेवा के सम्मान में, उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से एक, पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। उन्हें भारत के सबसे महँगे अधिवक्ताओं में से एक माना जाता है।
हरीश साल्वे के व्यवसाय की उपलब्धियाँ :
- हरीश साल्वे एक योग्य चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं।
- उन्होंने मिनर्वा मिल्स प्राइवेट लिमिटेड बनाम भारत संघ (1980) में नानी पालकीवाला की सहायता की।
- वह वर्ष 1992 में बार काउंसिल ऑफ इंडिया के तहत नामांकित एक वरिष्ठ अधिवक्ता हैं।
- उन्हें 1 नवंबर 1999 से 3 नवंबर 2002 तक भारत के सॉलिसिटर जनरल के रूप में नियुक्त किया गया था।
- हरीश इंग्लैंड और वेल्स में वहाँ पर बार में नामांकित हैं और उन्हें वर्ष 2020 में किंग्स काउंसल नियुक्त किया गया था।
उनके उल्लेखनीय निर्णय :
- महाराष्ट्र राज्य बनाम सलमान सलीम खान और अन्य (2003):
- हरीश साल्वे ने हिट एंड रन मामले में अभियुक्त का प्रतिनिधित्व किया जहाँ भारत के उच्चतम न्यायालय ने सबूतों के अभाव और विरोधाभास के कारण उसे बरी कर दिया।
- रिलायंस नेचुरल रिसोर्सेज बनाम रिलायंस इंडस्ट्रीज़ (2010):
- हरीश साल्वे ने कृष्णा गोदावरी बेसिन से प्राकृतिक गैस की आपूर्ति और मूल्य निर्धारण पर रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के साथ विवाद में रिलायंस नेचुरल रिसोर्सेज का प्रतिनिधित्व किया।
- उच्चतम न्यायालय ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के पक्ष में निर्णय किया।
- वोडाफोन इंटरनेशनल होल्डिंग्स बी.वी. बनाम भारत संघ और अन्य (2012):
- हरीश साल्वे ने भारत सरकार के विरुद्ध एक ऐतिहासिक कर मामले में वोडाफोन का प्रतिनिधित्व किया।
- यह मामला वोडाफोन द्वारा हचिसन एस्सार (Hutchison Essar) के अधिग्रहण से उत्पन्न पूंजीगत लाभ कर पर विवाद से जुड़ा था।
- उच्चतम न्यायालय ने वोडाफोन के पक्ष में निर्णय किया और कहा कि यह लेनदेन भारत में कराधान के अधीन नहीं है।
- भारत बनाम पाकिस्तान (2017):
- गुप्तचरी के आरोप में पाकिस्तानी सैन्य न्यायालय द्वारा मृत्यु की सज़ा सुनाए गए भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव से जुड़े मामले में हरीश साल्वे ने अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) में भारत का प्रतिनिधित्व किया।
- वर्ष 2019 में ICJ ने भारत के पक्ष में निर्णय लेते हुए कहा कि पाकिस्तान को जाधव की दोषसिद्धि और दंडादेश की समीक्षा और पुनर्विचार करना चाहिये और उसे राजनयिक पहुँच प्रदान करानी चाहिये।
- टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज़ लिमिटेड बनाम साइरस इन्वेस्टमेंट प्राइवेट लिमिटेड (2020):
- हरीश साल्वे ने साइरस मिस्त्री के विरुद्ध कानूनी लड़ाई में टाटा संस का प्रतिनिधित्व किया, जिन्हें टाटा संस के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था।
- नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने मिस्त्री को हटाए जाने को सही ठहराते हुए उनकी याचिका खारिज़ कर दी।
- फ्यूचर कूपन प्राइवेट लिमिटेड और अन्य बनाम अमेज़ॅन.कॉम NV इन्वेस्टमेंट होल्डिंग्स LLC (2022):
- यह अमेज़ॅन और फ्यूचर रिटेल बनाम फ्यूचर रिटेल और रिलायंस के विलय का मामला था।
- फ्यूचर रिटेल का प्रतिनिधित्व कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे फ्यूचर-रिलायंस सौदे के संबंध में NCLT की कार्यवाही जारी रखने की वकालत कर रहे थे।
- हालाँकि, उच्चतम न्यायालय ने अमेज़न और फ्यूचर रिटेल के विलय को बरकरार रखा।