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आपराधिक कानून

भारतीय न्याय संहिता के अधीन छल का अपराध

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 21-Apr-2025

परिचय 

  • भारतीय न्याय संहिता, 2023 (BNS) के अध्याय 17 में संपत्ति के विरुद्ध अपराध सम्मिलित हैं। 
  • छल का अपराध भारतीय न्याय संहिता की धारा 318 और धारा 319 में निहित है।  

छल 

  • भारतीय न्याय संहिता की धारा 318 में छल के अपराध का उपबंध है। 
  • उपधारा 1: छल की परिभाषा 
    • छल तब होता है जब कोई व्यक्ति कपटपूर्वक या बेईमानी से किसी अन्य व्यक्ति को प्रवंचित करता है, जिसके कारण वह: 
      • किसी को संपत्ति परिदत्त कर दे 
      • किसी व्यक्ति को संपत्ति रखने की सम्मति दे दे 
      • ऐसा कार्य या लोप से उस व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक या ख्याति संबंधी  या सांपत्तिक नुकसान/अपहानि होने की संभावना हो। 
    • तथ्यों को बेईमानी से छिपाना इस धारा के अंतर्गत प्रवंचना है। 
  • उपधारा 2: साधारण दण्ड 
    • छल के लिये दण्ड: 3 वर्ष तक कारावास, या जुर्माना, या दोनों। 
  • उपधारा 3: न्यासभंग की स्थिति में दण्ड में वृद्धि 
    • यदि छल तब घटित होता है जब अपराधी पर पीड़ित के हितों की रक्षा करने का विधिक कर्त्तव्य या संविदात्मक उत्तरदायित्त्व होता है। 
    • दण्ड: 5 वर्ष तक का कारावास, या जुर्माना, या दोनों। 
  • उपधारा 4: संपत्ति से संबंधित छल की स्थिति में दण्ड में वृद्धि 
    • यह उपधारा उन स्थितियों पर लागू होती है जहाँ छल के माध्यम से पीड़ित को प्रेरित किया जाता है कि वह: 
    • संपत्ति परिदत्त करें 
    • मूल्यवान प्रतिभूतियों या दस्तावेज़ों को रचे, परिवर्तित करे या नष्ट कर दे 
    • दण्ड: 7 वर्ष तक का कारावास और जुर्माने का भी दायी होगा 

प्रतिरूपण द्वारा छल 

  • भारतीय न्याय संहिता की धारा 319 मेंप्रतिरूपण द्वारा छल के अपराध का उपबंध है। 
  • उपधारा 1: प्रतिरूपण द्वारा छल की परिभाषा  
    • ऐसा तब होता है जब कोई व्यक्ति निम्नलिखित तरीकों से छल करता है: 
      • किसी अन्य व्यक्ति होने का दिखावा करना। 
      • किसी अन्य व्यक्ति के रूप में जानते हुए प्रतिस्थापित करके 
      • यह दर्शाना कि वे कोई अन्य व्यक्ति कोई और है जो वे नहीं हैं 
    • यह अपराध हो जाता है, चाहे वह व्यक्ति, जिसका प्रतिरूपण किया गया है,  वास्तविक व्यक्ति हो या काल्पनिक। 
  • उपधारा 2: दण्ड 
    • प्रतिरूपण द्वारा छल करने पर दण्ड: 5 वर्ष तक का कारावास, या जुर्माना, या दोनों। 

भारतीय दण्ड संहिता, 1860 और भारतीय न्याय संहिता के बीच तुलना 

  • भारतीय दण्ड संहिता अधीन छल भारतीय दण्ड संहिता की धारा 415 से 420 में निहित थी 
  • भारतीय दण्ड संहिता और भारतीय न्याय संहिता का तुलनात्मक विश्लेषण इस प्रकार है: 

उपबंध  

भारतीय दण्ड संहिता 

भारतीय न्याय संहिता 

छल की परिभाषा 

धारा 415  

धारा 318 (1)  

प्रतिरूपण द्वारा छल 

धारा 416 

धारा 319 (1)  

छल के लिये दण्ड 

धारा 417 

धारा 318 (2) 

इस ज्ञान के साथ छल करना कि उस व्यक्ति को सदोष हानि हो सकती है जिसका हित संरक्षित रखने के लिये अपराधी आबद्ध है 

धारा 418 

धारा 318 (3) 

प्रतिरूपण द्वारा छल के लिये दण्ड  

धारा 419 

धारा 319 (2) 

छल करना और संपत्ति परिदत्त करने के लिये बईमानी से उत्प्रेरित करना  

धारा 420  

धारा 318 (4)